गुरुवार, 24 अप्रैल 2008

देख तमाशा क्रिकेट का


aaeepiiael namak ek tamasha apne pure shabab par shuru hai इसकी वजह से क्रिकेट का एक नया रूप देखने को मिला है और पूरा देश इसकी अपने ही क्षेत्र क


आठ apne kshetra ke सफल उद्योगपतियों द्वारा खरीदी गई आठ टीम एक दुसरे से मुकाबला kकर रही हैं । ये आठो टीमे आठ अलग अलग भारतीय शहरो का प्रतिनिधित्वा कर रही है । इस मुकाबले कोजो की क्रिकेट का सबसे छोटा किंतु अत्यन्त ही रोमांचक संस्करण है और बॉलीवुड के तडके के साथ अत्यन्त ही सफल साबित हो रहा है । हमारे देश में दो चीजे ही देश को पूर्ण मनोरंजन करती हैं एक तो बॉलीवुड की फिल्म और दूसरा क्रिकेट इसलिए जब जब इन दोनों का संगम होता हैं तो लागन जैसee सफल चीजे पेडदा होती है कमोबेश इसी तरह का kअमल आइपील ने कर दिखाया हैं इसमे न केवल bollywood का glamoour और क्रिकेट का रोमांच dono samras ho गई हैं और ये सत्य ही हैki ise manoranjan ke baap ka dara diya jaa sakta hai .


आइपीएल ने न केवल भारत को क्रिकेट जगत में एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित किया है बल्कि कई देशो के खिलाड़ियों को एक साथ लाकर विश्व क्रिकेट को एक नई दिशा प्रदान की हैं । कौन भूल सकता हैं इशंत शर्मा दवाra रिक्की पोंटिंग को डाला गया वह अत्यन्त महत्वपूर्ण स्पैल जिसने भारत को पर्थ टेस्ट में जीत दिलाई। और शायद उसे इशंत शर्मा को जानने का मौका नही मिलता अगर आइपील न होता ।




FIGHT OF COVID - VIEW FROM A COMMONER

THE SITUATION IS GRIM AND A VIRUS HAS TAKEN US ALL INTO A SITUATION THAT WE ALL WANT TO GET OUT OF, BUT ARE ANXIOUS, RELUCTANT AND UNABLE ...